sidh kunjika Fundamentals Explained
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देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति पंचमोऽध्यायः
हुं हुं हुङ्काररूपिण्यै जं जं जं जम्भनादिनी ।
पाठमात्रेण संसिद्ध्येत् कुञ्जिकास्तोत्रमुत्तमम् ॥ ४ ॥
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति षष्ठोऽध्यायः
शृणु देवि प्रवक्ष्यामि कुंजिकास्तोत्रमुत्तमम् ।
देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नामावलि
मारणं मोहनं वश्यं स्तंभनोच्चाटनादिकम् ।
श्री सरस्वती अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
There isn't any really need to recite Kavacham, Argala stotram, Kilakam or Rahasyakam Neither could it be essential to recite Suktam, Dhyanam, Nyasam in addition to there is absolutely no really need to worship (every one of the over are preliminary stotras that should be recited just before reading of Devi Mahatmya). These traces state that Should the kunjika stotra is recited, website there isn't a ought to recite the any Other individuals.
अगर किसी विशेष मनोकामना पूर्ति के लिए सिद्ध कुंजिका स्तोत्र कर रहे हैं तो हाथ में जल, फूल और अक्षत लेकर जितने पाठ एक दिन में कर सकते हैं उसका संकल्प लें.
iti śrīrudrayāmalē gaurītantrē śiva pārvatī saṁvādē kuñjikā stōtraṁ sampūrṇam
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति द्वादशोऽध्यायः
देवी माहात्म्यं अपराध क्षमापणा स्तोत्रम्
देवी माहात्म्यं दुर्गा द्वात्रिंशन्नामावलि